महाराष्ट्र-नागपुर : भारत की क्रान्तिकारी पार्टी एस यू सी आई के 76वा स्थापना दिवस पर जनसभा संपन्न

महाराष्ट्र-नागपुर : एस यू सी आई के 76 वा स्थापना दिवस पर नागपुर राष्ट्रभाषा भवन मे एक जनसभा का आयोजन नागपुर कमेटी द्वारा किया गया। जनसभा की अध्यक्षता कामरेड माधव भोंडे संगठक एस यू सी आई ने की। मंच संचालन व प्रास्ताविक कॉ. रविन्द्र साखरे सदस्य एस यू सी आई ने किया। जनसभा के मुख्य वक्ता कामरेड सुभाषचंद्र एडवोकेट सदस्य केन्द्रीय कमेटी एस यू सी आई ने कहा की भारत मे आजादी आन्दोलन दो धाराओ मे बटा हुआ था। एक विचारधारा शोषण पर आधारित व्यवस्था और एक शोषण हीन व्यवस्था लेकिन आजादी आन्दोलन मे एक सही दिशा की पार्टी नही होने से दुनिया का साम्राज्यवादी अंग्रेजो ने भारत के पूंजिवादी लोगो को सोप गये। आजादी आन्दोलन के क्रान्तिकारी कामरेड शिवदास घोष ने आजादी आन्दोलन का फायदा चन्द मुट्ठीभर के हाथो मे जाता देख कर अपने चन्द साथियो के साथ मिलकर 24 अप्रैल 1948 को पश्चिम बंगाल के जय नगर मे स्थापना की ओर कहा की भारत मे एक पूंजिपति वर्ग है। और एक कमेरा वर्ग है. पूंजिपति वर्ग कमेरा वर्ग का शोषण करता है, और कमेरा वर्ग अपने शोषण के खिलाफ लड़ाई लडता. इसलिए दोनो वर्ग का हित अलग अलग है। इसलिए भारत मे जितने दल आज मौजूद है। वो सभी पूंजिवाद की हिमायत करती है। जब की एस यू सी आई मेहनतकश वर्ग के लिए आन्दोलन व लड़ाई लडती है। आजादी के बाद भारत के पूंजिपतियो के हित और लाभ की सुरक्षा करती आ रही थी। जिस कारण देश मे मंहगाई, बेरोजगारी, भुखमरी, पैदा हुई और आर्थिक संकट पूंजिवाद का पैदा हुआ और इस संकट को बचाने लिए कांग्रेस की जगह भाजपा ने ले लिया है. जिस बजह से और आर्थिक संकट से गहरा गया है। भाजपा सरकार घोर फासीवादी रूप ले लिया ओर पूंजिपतियो को देश की जनता को लुटने का पुरा पुरा सहयोग कर रही और सार्वजनिक विभागो को बेच रही है। श्रम कानूनो मे बदलाव कर दिया है. शिक्षा मेहनत कश वर्ग के पहुंच से बाहर कर दिया और भारतीय सभ्यता की बात करने वाली बी जे पी के सांसद भारतीय महिला खिलाडीयो का शोषण कर रही और उनकी आवाज को भी दबा रही। जो सरासर लोकतंत्रीक मुल्य बोध को नष्ट कर रही है। आज भारत के अन्दर पैदावार मुनाफे आधारित है ना की जरूरत के अनुसार कपडा की आवश्यकता है लेकिन कपडे की कम्पनिया बन्द हो रही है व मेहनतकश वर्ग बिना कपडो के घुमने पर मजबूर है। इसलिए जनवादी, धर्मनिरपेक्ष, वामपंथी ताकते एक होकर पूंजिवादी विरोधी समाजवादी आन्दोलन तेज करने का आह्वान किया। अध्यक्षिय भाषण मे कामरेड माधव भोंडे ने कहा की दुनियाभर मे मेहनतकश वर्ग की मुक्ति के लिए मार्क्सवाद लेनिनवाद व कामरेड शिवदास घोष के विचार को अपनाने पर जोर दिया। और कॉंग्रेस, भाजपा और भारत में पाखंडीओं के कारण मजदूर आन्दोलन भटकाव मे आया है। इस लिए सचेत होकर विचार के आधार पर जन आंदोलन खडा किया जाए आज नागपुर मे फैक्ट्री मजदूर की बहुत ही दयनीय हालत है. 12-12 घन्टे काम करने पर भी उनके जीवन मे कोई सुधार नही हो रहा है। और किसान मजदूर वर्ग विरोधी कानून संसद मे पास करने उनकी मेहनत को पूंजिपतियो को लुटने का रास्ता साफ कर दिया हैं।

एक मई मजदूर दिवस को हर गलि व शहर मे मनाकर मजदूर दिवस की मेहता को मजदूरो को बताए जिससे मजदूर आन्दोलन खडा हो सके जन सभा को कामरेड नन्दिनी भोंडे ने कहा की महिलाओ पर अत्याचार दिन भर बढ रहे है दुधमुही बच्ची हो या पिचेहतर साल की महिला हो हर रोज कुराफात हो रही है। अपराधियो को सरकार का संरक्षण प्राप्त है. इसका उदारहण बिलकोस बानो के आरोपीयो को गुजरात सरकार खुला छोड़कर किया है। जनसभा को बिआरएस के रविकांत खोब्रागडे, एडवोकेट सिन्हा, अ.भा. रिपब्लिकन पार्टी, घनश्याम फुसे संबोधित किया अशोक पवार, रामदास गोडबेले संजय सोनेकर, शनद पाटिल, प्रकाश अकतर, बाबुराव बागडे संगीता पवार, ज्योति गेडाम, आदि सेकडो एस यू सी आई के कार्यकर्ता व छात्र नौजवान उपस्थित हुए थे।
कामरेड रविन्द्र कुमार साखरे सदस्य एस यू सी आई केंद्रीय कमेटी नागपुर

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