BJP की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा इस्लाम के पैगंबर मुहम्मद के कथित अपमान के नाम पर देश भर में जमकर दंगे फसाद हो रहे हैं। जिसको लेकर गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की पुलिस को सतर्क रहने को कहा है। क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि हिंसा के दौरान उन्हें भी निशाना बनाया जा सकता है।
आपको बता दें कि, सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों (Union Territories) की पुलिस से लगातार सतर्क रहने के लिए कहा गया है क्योंकि हिंसा के दौरान उन्हें निशाना बनाया जा सकता है। अधिकारी ने कहा, ‘कानून एवं व्यवस्था कायम रखने के लिए तैनात पुलिसकर्मियों से हमने उचित दंगा गियर में रहने के लिए कहा है। देश में शांति व्यवस्था बाधित करने के लिए जानबूझकर प्रयास किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि पुलिस के साथ-साथ आवश्यकता होने पर अर्धसैनिक बल (Paramilitary force) को भी किसी अवांछित स्थिति का मुकाबला करने के लिए सतर्क रहने की जरूरत है।’ बता दें अधिकारी ने कहा कि पुलिस को भड़काऊ भाषण देने वाले तत्वों पर नजर रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।
राज्य पुलिस से हिंसा और भड़काऊ भाषणों के लाइव वीडियो पोस्ट (Video Post) करने वालों की पहचान करने को कहा है। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस आवश्यक कार्रवाई करेगी। गौरतलब है कि पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के विरोध और भाजपा से निलंबित नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) व निष्कासित नवीन जिंदल (Naveen Jindal) की गिरफ्तारी को लेकर शुक्रवार को नमाज के बाद देशभर में मुस्लिम संगठन सड़क पर उतर गए।
उनके उग्र प्रदर्शन से अराजकता का माहौल रहा। सबसे ज्यादा हिंसक प्रदर्शन झारखंड (Jharkhand) की राजधानी रांची में हुआ। कई पुलिसवाले घायल हुए। हिंसक भीड़ की पत्थरबाजी और पुलिस व उपद्रवियों के बीच गोलीबारी में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। इनमें 8 लोगों को गोलियां लगी हैं।
इतना ही उत्तर प्रदेश (UP) के फिरोजाबाद, प्रयागराज, सहारनपुर, हाथरस और मुरादाबाद में उपद्रवियों ने पुलिस टीम (Police Team) पर जमकर पत्थर बरसाए। जिसके बाद सीएम योगी ने मामले में यूपी पुलिस को सख्ती बरतने के आदेश जारी किए। सीएम योगी ने ये साफ कर दिया कि उपद्रवियों को किसी हालत में बख्शा नहीं जाए। जिसके बाद शुरू हुई कार्रवाई में कल से अभी तक 227 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।