अभी हाल ही में पंजाब और हरीयाणा की पुलिस आसने सामने हुई ही थी कि, अब राजस्थान (Rajasthan) और नोएडा (NOIDA) की पुलिस भी आसने सामने हैं। दरअसल, शनिवार को डूंगरपुर (Dungarpur) और नोएडा पुलिस (NOIDA POLICE)में उस समय भिड़ंत हो गई जब राजस्थान (Rajasthan POLICE) की पुलिस टीवी पत्रकार अमन चोपड़ा (TV journalist Aman Chopra) को गिरफ्तार करने पहुंची।
डूंगरपुर एसपी सुधीर जोशी ने बताया कि नोएडा पुलिस ने दूसरी बार न्यूज़18 के पत्रकार अमन चोपड़ा को हिरासत में लेने से रोका है। उधर, सेंट्रल नोएडा के ACP-2 योगेंद्र सिंह ने कहा कि राजस्थान पुलिस की टीम दोपहर 3 बजे अमन चोपड़ा के लिए गैर जमानती वारंट लेकर आई थी। हमने दो पुलिसकर्मी उनके साथ भेजे लेकिन, अमन चोपड़ा के घर पर ताला लगा हुआ था।
बताते चलें, पुलिस ने उनके घर के बाहर नोटिस चिपका दिया और लौट आई। राजस्थान पुलिस द्वारा लगाए जा रहे आरोप गलत हैं। राजस्थान पुलिस का आरोप है कि नोएडा पुलिस ने अमन चोपड़ा को भगाने में मदद की। न्यूज 18 इंडिया के एंकर अमन चोपड़ा के खिलाफ गत 23 अप्रैल को आईपीसी और आईटी एक्ट के तहत बिछिवाड़ा पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। चोपड़ा ने अपने एक शो में कथित तौर पर दावा किया था कि जहांगीरपुरी केस का बदला लेने के लिए अलवर में एक सदियों पुराने मंदिर को विध्वंस किया गया था।
गौरतलब है कि राजस्थान हाईकोर्ट जयपुर बैंच ने अमन चोपड़ा की और से पेश विविध आपराधिक याचिका 482 पेश की थी। इस पर सुनवाई करते हुए अलवर के कोतवाली थाने में दर्ज FIR संख्या 372/2022 व बूंदी के सदर थाने में दर्ज FIR संख्या 200/2022 में अमन चोपड़ा की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है।
राजस्थान हाई कोर्ट के मुख्य पीठ जोधपुर में डूंगरपुर के बिछवाड़ा पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर संख्या 147/2022 को लेकर पेश विविध आपराधिक याचिका 482 पर सुनवाई एक सप्ताह बाद होनी थी। अब पुलिस द्वारा नोएडा में अमन चोपड़ा ने निवास पर जाकर डूंगरपुर पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास के बाद राजस्थान उच्च न्यायालय में अमन चोपड़ा के अधिवक्ता कोर्ट से एक सप्ताह बाद होने वाली सुनवाई को अर्जेंट सुनने के लिए आवेदन दिया है।