उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में हमला करने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी के बारे में अब कई बड़े खुलासे हुए हैं। बीते दिन शनिवार को यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर कई अहम खुलासे किए। इस खुलासे में सबसे बड़ी बात ये थी कि मुर्तजा आईएसआईएस के प्रचारक के संपर्क में था। इसने आईएसआईएस की शपथ भी ली थी।
आपको बता दें कि, मुर्तजा की निशानदेही पर बरामद अलग-अलग इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के डाटा का विश्लेषण किया गया। इससे भी पुलिस के हाथ कई बड़े सबूत लगे हैं। जानकारी देते हुए यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि, “जांच में पता चला कि अभियुक्त मुर्तजा अब्बासी ISIS के लड़ाके और उनसे सहानुभूति रखने वालों के संपर्क में था। अभियुक्त 2014 में बेंगलुरु पुलिस द्वारा गिरफ़्तार ISIS का प्रचार करने वाले मेहदी मसरूर बिस्वास के संपर्क में था।” आरोपी आतंकी संगठनों के कट्टरपंथी प्रचारकों और आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों से प्रभावित था।
मुर्तजा ने करीब साढ़े आठ लाख भारतीय रुपए यूरोप और अमेरिका में ISIS संगठन के समर्थकों के माध्यम से आतंकवादी गतिविधियों के लिए भेजे थे। अब्बासी ने इंटरनेट के माथ्यम से AK-47, M4 कार्बाइन, मिसाइल टेक्नोलॉजी के बारे में देखा और पढ़ा और इसी से इसने एयर पिस्तौल चलाना सीखा। इसकी सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों का हथियार छीनकर बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश थी। आरोपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आतंकवादी एक्टिविस्ट के सामने शपथ ली थी जिसका 2014 में आईएसआईएस में विलय हो गया था। इसके बाद फिर 2020 में शपथ ली।
मुर्तजा की निशानदेही पर बरामद अलग-अलग इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के डाटा का विश्लेषण किया गया, जिसमें विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट्स जैसे- Gmail, Twitter, Facebook आदि शामिल है। इसके अलावा उसके विभिन्न बैंक खातों, ई-वॉलेट के वित्तीय लेन-देन की भी जांच की गई।