राजधानी दिल्ली (delhi news) में बढ़ती गर्मी की वजह से बिजली की मांग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, और अब दिल्ली सरकार(delhi govt.) ने वार्निंग दी है कि, कोयले की कमी की वजह से मेट्रो ट्रेन और अस्पतालों की पावर सप्लाई बाधित हो सकती है। बता दें, कोयले की कमी के चलते दिल्ली समेत 12 राज्यों में बिजली संकट का भी सामना करना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि, इन सबके बीच दिल्ली सरकार ने चेतावनी दी है कि, राजधानी में बिजली आपूर्ति करने वाले पावर प्लांट्स में कोयले की कमी है। ऐसे में मेट्रो ट्रेन और अस्पतालों समेत सभी अहम संस्थानों को बिजली आपूर्ति करने में समस्या आ सकती है। दरअसल, कोयले की कमी के गहरे संकट के बीच दिल्ली सरकार ने गुरुवार को मेट्रो ट्रेनों और अस्पतालों सहित राजधानी में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निर्बाध बिजली आपूर्ति प्रदान करने में संभावित झटके की चेतावनी दी।
बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने स्थिति का आकलन करने के लिए एक आपातकालीन बैठक की और केंद्र को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजधानी को बिजली की आपूर्ति करने वाले बिजली संयंत्रों को पर्याप्त कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित करे।
बत्ती गुल न हो.. रेलवे ने कैंसल की 670 ट्रेन
तो वहीं रेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘कई राज्यों में पैसेंजर ट्रेनों के रद्द होने का विरोध हो रहा है। लेकिन हमारे पास कोई विकल्प नहीं है। अभी हमारी प्राथमिकता यह है कि सभी पावर प्लांट्स के पास कोयले का पर्याप्त भंडार हो ताकि देश में बिजली का संकट पैदा न हो। हमारे लिए यह धर्मसंकट की स्थिति है। हमें उम्मीद है कि हम इस स्थिति से बाहर निकल जाएंगे।
अधिकारी ने कहा कि पावर प्लांट्स देशभर में फैले हैं, इसलिए रेलवे को लंबी दूरी की ट्रेनें चलानी पड़ रही है। बड़ी संख्या में कोयले से लदी मालगाड़ियां 3-4 दिन के लिए ट्रांजिट पर हैं। ईस्टर्न सेक्टर से बड़ी मात्रा में घरेलू कोयले को देश के दूसरे हिस्सों में भेजा जा रहा है।’